Latest review from devansh Shukla
तेरे चेहरे पर मेरा ही नूर होगा,
फिर न कभी तू मुझसे दूर होगा,
सोच रहे है उस दिन क्या ख़ुशी होगी,
जिस दिन तेरी मांग में मेरे नाम का सिन्दूर होगा
अपने होठो से कुछ न कह कर,
आँखों से सब कह जाती हो,
तुम जब भी मुझसे मिलने आती होज
मुझसे मुझ ही को चुरा जाती हो।