Latest review from RAVI JAIN
हलके में मत लेना तुम सावले रंग को.
दूध से कहीं ज्यादा देखे है ,शौक़ीन चाय के.
चाय तो रामायण काल से चली आ रही है. बश टेस्ट कौन अच्छा दे सकता है. ये उसकी कला है,
चाय बिकती नाम से है,लेकिन बिकती उसकी दुकान पर है जो इसको पहिचान दे,
एक बार "आपकी चाय चौपाटी"जिसकी पहिचान *कुल्हड का चस्का* आपको बना देगा, चाय पीने का शौकीन,
सुपर सुपर टेस्ट है इस दुकान पर मिलने वाली चाय का,